रोजाना देवी की उपासना से साधक के धन-धान्य में वृद्धि व घर में बरकत होती हैं। शास्त्रों में माता लक्ष्मी को धन की देवी, संपत्ति सुख, मान-सम्मान, यश और कीर्ति का प्रतीक माना गया है। उनकी कृपा से साधक के सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती हैं। वहीं ज्योतिष में देवी का संबंध शुक्र ग्रह से जोड़ा गया है।
ज्योतिषियों के मुताबिक शुक्र ग्रह देवी लक्ष्मी से जुड़ा हुआ है। यदि सच्चे भाव से देवी की आराधना की जाए, तो वह प्रसन्न होती हैं, जिससे कुंडली में शुक्र मजबूत होता है। दरअसल, शुक्र सुख-समृद्धि, प्रेम, वैवाहिक सुख का कारक ग्रह है। उनके प्रभाव से व्यक्ति के सुख-सुविधाओं में बढ़ोत्तरी होती हैं। हालांकि वृषभ और तुला राशि वालों पर शुक्र की विशेष कृपा बनी रहती हैं, क्योंकि वह इस राशि के स्वामी ग्रह हैं। इसलिए इन जातकों पर मां लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती हैं। इसके अलावा इस एक राशि को भी देवी लक्ष्मी की प्रिय राशि में गिना जाता है। आइए इसके बारे में जानते हैं।