यह मामला उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के एक छोटे से गांव अमिलिया का है, जहां एक असामान्य पारिवारिक निर्णय ने इलाके में चर्चा का विषय बना दिया है। मामला भावनाओं, रिश्तों और जिम्मेदारी का एक अनूठा मिश्रण है।
क्या हुआ था?
- पति-पत्नी का रिश्ता: चंद्रभान पटेल की शादी करीब 12 साल पहले आरती पटेल से हुई थी। उनके दो बेटियां हैं।
- प्रेम-प्रसंग: कुछ सालों से आरती का अपने पड़ोसी करन पटेल से प्रेम संबंध चल रहा था, जो उम्र में उससे 9 साल छोटा है। यह रिश्ता छिपकर चल रहा था, और उनके बीच शारीरिक संबंध भी बन चुके थे।
- पति को पता चला: जब चंद्रभान को इसका पता चला, तो उसने पत्नी को समझाने की कोशिश की — बेटियों के भविष्य, समाज की सोच आदि की दुहाई दी, लेकिन आरती अपने प्रेमी से अलग होने को तैयार नहीं हुई।
पति का फैसला:
चंद्रभान ने आखिरकार एक बड़ा और भावनात्मक रूप से मुश्किल फैसला लिया —
- उसने अपनी पत्नी को उसके प्रेमी के साथ रहने की इजाजत दे दी।
- लेकिन एक शर्त रखी — कि दोनों बेटियों की जिम्मेदारी भी पत्नी ही उठाएगी।
आरती ने इस शर्त को स्वीकार किया, और फिर अपने प्रेमी करन पटेल के घर विदा होकर बेटियों को साथ ले गई।