उत्तर प्रदेश के लखनऊ में आज ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटीग्रेशन एवं टेस्टिंग फैसिलिटी का उद्घाटन केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा वर्चुअल तरीके से किया गया। यहां पर अब नई ब्रह्मोस मिसाइल तैयार की जाएगी|इस यूनिट को बनाने में तीन साल लग गए और करीब 300 करोड़ रुपये का खर्च आया। आपको बता दें कि ये मिसाइल जमीन, हवा, और समुद्र से लांच की जा सकती है और ‘फायर एंड फॉरगेट’ सिद्धांत पर काम करती लखनऊ में सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस नेक्स्ट जनरेशन (एनजी) बनाने के लिए प्रोडक्शन यूनिट तैयार किया गया है।
अहर ब्रह्मोस मिसाइल की स्पीड की बात करें तो ये सुपरसोनिक क्रूज ब्रह्मोस मिसाइल लगभग Mach 2.8 से Mach 3.0 (यानि कि ध्वनि की गति से लगभग 3 गुना तेज़, यानी लगभग 3,700 से 4,000 किमी/घंटा) की स्पीड से निशाने की तरफ बढ़ती है।