राजधानी के कालीबाड़ी स्थित सरकारी टीबी अस्पताल की स्थिति काफी दयनीय हो गई है। यहां न मरीज के बैठने के लिए कुर्सियां हैं, न ही डॉक्टर के लिए टेबल लगाई गई हैं। जिस भवन में बैठकर मरीजों का इलाज किया जा रहा है वह भी काफी पुराना हो गया है।
अस्पताल परिसर में ही 70 लाख की लागत से ट्रांजिट हॉस्टल बनाया गया है। इस भवन को ट्रेनी डॉक्टर व यहां काम करने वाले कर्मचारियों के लिए बनाया गया था। लेकिन ये वर्तमान में उपयोग में नहीं है। इसलिए अस्पताल को इस भवन में शिफ्ट करने का प्रस्ताव 6 माह पहले भेजा गया था। प्रस्ताव पास भी हो चुका बावजूद इसके अब तक पुराने और जर्जर भवन में ही टीबी मरीजों का इलाज किया जा रहा है।