भारत-पाक के बीच तनाव कई दिनों से बना हुआ है और अजरबैजान ने खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया है| इसे देखते हुए आम लोगों में आक्रोश देखा जा सकता है| यहां तक कि लोगो ने ये मांग भी कर दी है इन दोनों देशो के साथ सारे रिश्तों को खत्म कर दिए जाए |इन देशों के सामान का बहिष्कार करने की मांग उठने लगी है। भारत के इन दोनों देशों के साथ अच्छे कारोबारी रिश्ते हैं। तुर्किए और अजरबैजान के साथ हमारा सालाना करीब 12 अरब डॉलर का ट्रेड है। खासकर तुर्की के मामले में ट्रेड बैलेंस भारत के पक्ष में है। हाल में इन देशों में भारतीय पर्यटकों की संख्या बढ़ी है लेकिन भारत का विरोध करना इन्हें भारी पड़ सकता है|जब फरवरी 2023 में तुर्की में विनाशकारी भूकंप आया तो ये भारत ही था जिसने सबसे पहले तुर्किए को मदद भेजी थी. भारत की रेस्क्यू टीमों ने दिन-रात एक करके उन्हें मदद भेजी थी और ‘ऑपरेशन दोस्त’ चलाया था|एक अनुमान के मुताबिक पिछले साल तुर्की और अजरबैजान को भारतीय पर्यटकों से 4,000 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी
कुछ ट्रैवल वेबसाइट्स ने भारतीयों को जरूरी न होने पर तुर्की और अजरबैजान की यात्रा करने से बचने की सलाह दे रही हैं। पुणे के कारोबारियों ने तुर्की से सेब नहीं खरीदने का फैसला किया है।साथ ही सोशल मीडिया पर #BoycottTurkey ट्रेंड कर रहा है।