हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में वन विभाग ने अवैध लकड़ी तस्करी के एक बड़े मामले का खुलासा किया है। यह कार्रवाई मसरूंड वन परिक्षेत्र अधिकारी हितेश्वर नरियाल के नेतृत्व में की गई। विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि डुलू मोड़, कल्हेल क्षेत्र से लकड़ी की अवैध ढुलाई की जा रही है। इस सूचना के आधार पर टीम ने डुलू मोड़ पर नाकाबंदी की और वहां से गुजर रहे एक पिकअप वाहन को रोका गया।
जांच के दौरान वाहन से देवदार की लकड़ी के कुल 31 स्लीपर बरामद हुए। जब वाहन में सवार दो लोगों से इस लकड़ी के संबंध में दस्तावेज मांगे गए तो वे कोई वैध कागजात प्रस्तुत नहीं कर सके। वन विभाग ने मौके पर ही लकड़ी को जब्त कर लिया और दोनों व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
बरामद की गई लकड़ी की कीमत करीब ढाई लाख रुपये आंकी गई है। यह देवदार की कीमती लकड़ी है, जिसका व्यापार वन विभाग की अनुमति के बिना गैरकानूनी है। विभागीय अधिकारियों ने इस अवैध तस्करी को रोकने के लिए तत्परता से कार्रवाई कर एक बड़ी सफलता हासिल की है।
वन मंडल अधिकारी (DFO) चंबा, कृतज्ञ कुमार ने इस मामले की पुष्टि की है और कहा है कि ऐसे मामलों में आगे भी सख्ती से निपटा जाएगा। यह कार्रवाई पर्यावरण संरक्षण और वन संसाधनों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।