स्किन कैंसर दुनिया में सबसे आम प्रकार के कैंसर में से एक है, लेकिन इसके बावजूद लोग इसके शुरुआती संकेतों को अक्सर अनदेखा कर देते हैं। अमेरिका में ही हर साल लगभग 54 लाख लोग स्किन कैंसर से प्रभावित होते हैं। यह बीमारी त्वचा की कोशिकाओं में असामान्य वृद्धि के कारण होती है, जो आमतौर पर अल्ट्रावायलेट (UV) किरणों के अधिक संपर्क में आने से होती है। UV किरणें त्वचा की कोशिकाओं की कार्यप्रणाली को बिगाड़ देती हैं, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
स्किन कैंसर के शुरुआती लक्षणों में त्वचा पर नया उभार, तिल या दाग बनना शामिल है। यदि पहले से मौजूद तिल, मस्से या निशान के आकार, रंग, किनारों या बनावट में कोई बदलाव दिखाई दे तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। कई बार त्वचा पर रैशेज या घाव भी बन सकते हैं जो लंबे समय तक ठीक नहीं होते। ऐसे लक्षण स्किन कैंसर के संकेत हो सकते हैं।
समय पर इन संकेतों को पहचानना बहुत जरूरी है क्योंकि शुरुआती अवस्था में इसका इलाज अधिक प्रभावी होता है और रोगी पूरी तरह से ठीक हो सकता है। त्वचा में होने वाले किसी भी असामान्य परिवर्तन को गंभीरता से लेना चाहिए और त्वचा विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए। धूप में निकलते समय सनस्क्रीन का उपयोग और सुरक्षात्मक कपड़े पहनना इस बीमारी से बचाव में मदद कर सकता है। जागरूकता और सतर्कता ही स्किन कैंसर से बचाव और समय पर इलाज की कुंजी है।