मेरे घर कातिलाना हमला हुआ। परिवार को मारने की कोशिश की गई। उस दिन मुख्यमंत्री भी शहर में थे। घटना के बाद एफआईआर हुई। थाने में आरोपी थे, उन्हें छोड़ दिया गया। मैं मानता हूं कि हमलावरों को बचाने में मुख्यमंत्री कार्यालय शामिल था। यह आरोप है समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन का।
सपा राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन ने शनिवार को कहा कि 26 मार्च को हुए हमले के बाद मेरी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हुए। जिस तरह से बुलडोजर लेकर हमलावर में घर तक पहुंचे। प्रशासनिक तंत्र फेल रहा। उन लोगों ने विरोध को जो हिंसात्मक तरीका अपनाया था। उसकी इजाजत संविधान नहीं देता। ऐसा तरीका सिर्फ जंगल राज में होता है।
Maharashtra: बाबा सिद्दीकी का मोबाइल नंबर एक्टिव करने की कोशिश
एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी का मोबाइल नंबर एक्टिव करने की कोशिश का मामला सामने आया है। बेटी अर्शिया सिद्दीकी की शिकायत पर बांद्रा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की।मुंबई पुलिस ने मामले की जांच करते हुए दिल्ली के बुराड़ी से विवेक...