हर्पेटोफोबिया एक मानसिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति को छिपकली या सांप जैसे सरीसृपों से अत्यधिक डर लगता है। हमारे घरों में अक्सर कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें छिपकली देखकर बहुत डर लगने लगता है। जैसे ही वे छिपकली को दीवार या छत पर रेंगते हुए देखते हैं, उनकी धड़कन तेज हो जाती है, पसीना आने लगता है, और कभी-कभी वे घबरा कर चिल्लाने या कमरे से बाहर भागने लगते हैं। यह स्थिति सिर्फ डर तक सीमित नहीं होती, बल्कि कई बार चिंता, घबराहट और घिन का रूप भी ले लेती है।
छिपकली हमारे रोज़मर्रा के जीवन में आम तौर पर दिखाई देती है, खासकर गर्मियों में। लेकिन जिन लोगों को हर्पेटोफोबिया होता है, उनके लिए यह सामान्य बात भी बहुत परेशानी पैदा कर सकती है। वे लोग उस कमरे में जाने से भी डरते हैं जहाँ उन्हें छिपकली दिखी हो। कुछ लोग तो घंटों तक उस कमरे से दूर रहते हैं और बार-बार दीवारों को देखते रहते हैं कि कहीं फिर से छिपकली न आ जाए।
अगर आपको या आपके किसी अपने को इस तरह का डर परेशान करता है, तो यह जरूरी है कि इस पर ध्यान दिया जाए। कुछ घरेलू उपाय, साफ-सफाई और विशेषज्ञ की मदद से इस डर को कम किया जा सकता है। हर्पेटोफोबिया से निजात पाने के लिए सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि छिपकलियाँ इंसानों को नुकसान नहीं पहुंचातीं, बल्कि कई बार घर को कीड़ों से भी बचाती हैं। डर पर काबू पाकर ही इसे दूर किया जा सकता है।