करेला स्वाद में भले ही कड़वा होता है, लेकिन सेहत के लिहाज से यह किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें फाइबर, प्रोटीन और एंटीऑक्सिडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम, विटामिन-C और B का भी अच्छा सोर्स है।
माना जाता है कि करेला सबसे पहले अफ्रीका में उगाया गया। इसके बाद यह एशियाई देशों में आया। आज चीन करेले का सबसे बड़ा उत्पादक देश है, जहां इसे पारंपरिक व्यंजनों और दवाओं में प्रमुखता से इस्तेमाल किया जाता है।
वहीं दूसरी ओर आयुर्वेद में करेला का जिक्र प्राकृतिक औषधि के रूप में मिलता है, जिसे सालों से इस्तेमाल किया जा रहा है। इसलिए माना जाता है कि करेले की उत्पत्ति भारतीय उपमहाद्वीप में हुई।