धर्मांतरण रैकेट के मास्टरमाइंड जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 5 दिन की रिमांड पर लिया है। ईडी ने मंगलवार को उससे विदेशी फंडिंग और उसकी संपत्तियों के स्रोत को लेकर गहन पूछताछ की। जांच एजेंसी का फोकस इस बात पर है कि छांगुर को विदेश से फंडिंग कहां से और किस उद्देश्य से मिली, और उस धन का उपयोग किस तरह किया गया।
पूछताछ के दौरान छांगुर बाबा ने ईडी के अधिकतर सवालों पर चुप्पी साधे रखी। जब कुछ सवालों के जवाब दिए भी, तो वे टालमटोल वाले और अस्पष्ट थे। ईडी अधिकारियों को संदेह है कि छांगुर के पास कई देशों से बड़ी मात्रा में पैसा आया है, जिसका उपयोग धर्मांतरण जैसे गैरकानूनी कार्यों के लिए किया गया।
सूत्रों के अनुसार, ईडी को कुछ बैंक खातों और प्रॉपर्टी डील्स की जानकारी मिली है, जिनका संबंध छांगुर से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। इन सबूतों के आधार पर एजेंसी उससे लगातार पूछताछ कर रही है, ताकि पैसों की वास्तविक स्रोत और इस्तेमाल की पूरी श्रृंखला सामने लाई जा सके।
छांगुर बाबा पर पहले से ही कई राज्यों में धर्मांतरण से जुड़े गंभीर आरोप हैं। अब विदेशी फंडिंग और अवैध संपत्तियों के मामले में उसका नाम सामने आने के बाद जांच और भी गहरी हो गई है। ईडी की कोशिश है कि इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हो और इस रैकेट में शामिल अन्य लोगों की भी पहचान की जा सके। अगले कुछ दिनों में पूछताछ के और भी अहम खुलासे होने की संभावना है।