बख्तियारपुर-मोकामा फोरलेन पर निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। हाल ही में मिली जानकारी के अनुसार, इस फोरलेन के एक किलोमीटर के दायरे में कई स्थानों पर साइड स्लोप (सड़क किनारे की मिट्टी या कंक्रीट से बनी ढलान) धंस गया है। इन धंसी हुई जगहों पर बड़ी-बड़ी दरारें देखी जा सकती हैं, जिससे सड़क की मजबूती और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा हो गई है।
स्थानीय लोगों और दैनिक यात्रियों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से वे फोरलेन के किनारों पर असामान्य बदलाव देख रहे थे। कई स्थानों पर मिट्टी खिसकने और दरारें उभरने के संकेत पहले से ही मिल रहे थे, लेकिन अब स्थिति और भी गंभीर हो गई है। साइड स्लोप के धंसने से न केवल सड़क की चौड़ाई पर असर पड़ा है, बल्कि बारिश के मौसम में यह दुर्घटनाओं की आशंका को और बढ़ा सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह समस्या या तो खराब गुणवत्ता के निर्माण कार्य के कारण उत्पन्न हुई है या फिर उचित जल निकासी व्यवस्था के अभाव में मिट्टी कमजोर हो गई है। अगर समय रहते इसकी मरम्मत नहीं की गई तो इससे पूरे फोरलेन की संरचना को नुकसान पहुंच सकता है।
स्थानीय प्रशासन को इस समस्या की जानकारी दे दी गई है और जल्द ही जांच के आदेश भी दिए जाने की उम्मीद है। लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द इसकी मरम्मत की जाए, ताकि सड़क सुरक्षित बनी रहे और यातायात प्रभावित न हो।