पटना: इस साल के अंत में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं और सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में लग गए हैं| इस बीच बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गड़ेरिया समाज को साधने की कोशिश की है|

शनिवार को पटना में तेजस्वी का गड़ेरिया समाज से जुड़ाव इस बार की ओर मजबूती से संकेत दे रहा है कि इस साल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों में जातिगत समीकरणों के बारे में ध्यान से वे सोच रहे हैं और एक मजबूत रणनीति बनाने पर काम कर रहे हैं| इसलिए हो सकता है लालू यादव के तबेले में अब गाय-भैंस के बाद तेजस्वी ने भेड़ को भी शामिल कर लिया है|गड़ेरिया समाज राज्य की कुल जनसंख्या का लगभग 2.31% है इसलिए चुनावों में RJD के लिए इस समाज को वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल करना फायदेमंद हो सकता है|