अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बैठक की आधिकारिक पुष्टि खुद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने की है| बता दें कि ये बैठक चार साल बाद हो रही है| ये बैठक 15 अगस्त को अलास्का में होगी। इस बैठक में रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने पर चर्चा की जाएगी। भारत ने इस बैठक का स्वागत किया है और यूक्रेन संकट के शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में सकारात्मक कदम बताया है|
मुख्य बिंदु
- बैठक की तारीख और स्थान: 15 अगस्त को अलास्का में होगी ट्रंप-पुतिन की बैठक।
- बैठक का उद्देश्य: रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने पर चर्चा करना।
- भारत की प्रतिक्रिया: भारत ने बैठक का स्वागत किया और शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में सकारात्मक कदम बताया।
- ट्रंप का बयान: ट्रंप ने कहा कि वह पुतिन से मिलने जा रहे हैं और यह मुलाकात शांति प्रयासों की शुरुआत करेगी।
- पुतिन के साथ ट्रंप की पिछली मुलाकातें: ट्रंप और पुतिन के बीच अब तक कुल 6 व्यक्तिगत आमने-सामने मुलाकातें हुई हैं।
भारत की भूमिका
भारत ने ट्रंप-पुतिन वार्ता का खुला समर्थन करते हुए इसे यूक्रेन संकट के शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में सकारात्मक कदम बताया है। भारत अपनी स्वतंत्र विदेश और व्यापार नीति रखना चाहता है और इस वक्त वैश्विक कूटनीति के लिए जितनी महत्वपूर्ण है, उतनी ही भारत के लिए भी एक रणनीतिक भूमिका है|