हरिद्वार के चारधाम यात्रा सीजन के बावजूद धर्मनगरी में यात्रियों की संख्या बढ़ने के बजाय कम हो गई है। होटलों में 50 फीसदी बुकिंग निरस्त हो गई है। रोडवेज बसों के लिए भी अपेक्षित यात्री नहीं मिल पा रहे हैं।
इसके साथ ही ट्रेनों में भी यही स्थिति बनी हुई है। भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद ये स्थिति बनी, लेकिन हालात सामान्य होने के बाद भी यात्रियों की संख्या में इजाफा नहीं हो पाया है।
30 अप्रैल से चारधाम यात्रा का आगाज हो गया था। हरिद्वार चारधाम यात्रा का प्रवेश द्वार माना जाता है। यहीं से श्रद्धालु धामों के लिए रवाना होते हैं। इसके लिए हरिद्वार में बकायदा श्रद्धालुओं के पंजीकरण के लिए केंद्र भी बनाया गया है।