उत्तर प्रदेश में जारी लगातार बारिश ने जनजीवन को प्रभावित करने के साथ-साथ स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी दबाव बढ़ा दिया है। लखनऊ समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि हो रही है। सरकारी अस्पतालों में फिजिशियन चिकित्सकों के कक्ष सबसे अधिक भीड़ वाले स्थान बन गए हैं, जहां दिनभर बड़ी संख्या में रोगी पहुंच रहे हैं।
बारिश के चलते जगह-जगह जलभराव और गंदगी फैल गई है, जिससे वायरल फीवर, सर्दी-जुकाम, दस्त, उल्टी, खांसी और अन्य संक्रमण तेजी से फैल रहे हैं। सबसे अधिक मामले वायरल बुखार और इन्फेक्शन के सामने आ रहे हैं। इसके अलावा मलेरिया और डेंगू जैसे मच्छर जनित रोगों के मरीजों की संख्या में भी इजाफा देखा जा रहा है। कई मरीजों को तेज बुखार, शरीर में दर्द और कमजोरी की शिकायत लेकर भर्ती कराया जा रहा है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार नमी और साफ-सफाई की कमी संक्रमण के प्रसार को बढ़ा रही है। चिकित्सकों ने लोगों को सलाह दी है कि वे साफ पानी पिएं, खुले में रखे खाने से परहेज़ करें और मच्छरों से बचाव के उपाय करें।
सरकारी अस्पतालों में अतिरिक्त मेडिकल स्टाफ की तैनाती की जा रही है, ताकि बढ़ते मरीजों को समय पर इलाज मिल सके। वहीं, प्रशासन की ओर से स्थानीय निकायों को निर्देश दिए गए हैं कि जल निकासी और साफ-सफाई के विशेष इंतजाम किए जाएं, ताकि बीमारियों के प्रसार पर अंकुश लगाया जा सके। जनता से भी अपील की गई है कि किसी भी बीमारी के लक्षण दिखते ही तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।

