वक्फ अधिनियम पर भाजपा और राजद आमने-सामने दिख रहे हैं। तेजस्वी यादव ने पटना के गांधी मैदान में रविवार को वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध में आयोजित विरोध प्रदर्शन में भाषण देते हुए कहा कि बिहार में आईएनडीआईए सरकार वक्फ एक्ट को धूल में मिला देगी। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि राजद और सपा नमाजवाद के साथ खड़े हैं।

विवाद के मुख्य बिंदु:
- वक्फ संपत्तियों पर सरकारी नियंत्रण: वक्फ अधिनियम में संशोधन के प्रस्ताव में वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में सरकारी हस्तक्षेप बढ़ाने का प्रस्ताव है, जिससे वक्फ बोर्डों की स्वायत्तता प्रभावित हो सकती है।
- गैर-मुस्लिम सदस्यों की भागीदारी: वक्फ बोर्डों में गैर-मुस्लिम सदस्यों की भागीदारी को लेकर विवाद है, जिसे कुछ लोग वक्फ संस्थानों की पवित्रता को कम करने वाला मानते हैं।
- वक्फ संपत्ति विवादों का निपटारा: वक्फ संपत्ति विवादों के निपटारे के लिए जिला कलेक्टरों को अधिक शक्ति देने का प्रस्ताव है, जिससे विवादों की प्रक्रिया जटिल हो सकती है।
- सामुदायिक परामर्श की कमी: वक्फ अधिनियम में संशोधन के प्रस्ताव को लेकर मुस्लिम समुदाय और हितधारकों के साथ पर्याप्त परामर्श नहीं किया गया है, जिससे विवाद बढ़ गया है।