गुरुवार का दिन उत्तराखंड के लिए बेहद दुखद और हादसों से भरा रहा। प्रदेश के दो अलग-अलग इलाकों में हुए गंभीर सड़क हादसों ने कई जिंदगियों को छीन लिया। पहला हादसा रुद्रप्रयाग जिले में हुआ, जहां एक टेंपो ट्रैवलर की ट्रक से टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि टेंपो ट्रैवलर संतुलन खोकर सीधा अलकनंदा नदी में जा गिरा। इस दुर्घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया।
दूसरी दर्दनाक घटना देहरादून जिले के चकराता क्षेत्र में सामने आई। यहां कालसी-चकराता मोटर मार्ग पर एक कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। जैसे ही घटना की सूचना मिली, पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया।
दोनों घटनाएं उत्तराखंड के दुर्गम और पहाड़ी क्षेत्रों में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं की गंभीरता को उजागर करती हैं। खराब सड़कें, तीव्र मोड़ और यातायात नियमों की अनदेखी अक्सर इन जानलेवा घटनाओं की वजह बनते हैं। लगातार हो रहे हादसे राज्य में सड़क सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह सड़क सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाएं टाली जा सकें।