राजनांदगांव जिले के मोहड़ गांव में 12 जून 2025 को रेत माफियाओं ने ग्रामीणों पर गोलीबारी की, जिसमें तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। एक युवक के सिर को गोली छूकर निकली, जिससे गांव में तनाव व्याप्त है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि रेत माफिया खनिज विभाग के संरक्षण में अवैध खनन कर रहे हैं।
घटना के बाद पुलिस और प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों में आक्रोश बना हुआ है। पुलिस ने बताया कि माफियाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। ग्रामीणों का कहना है कि रेत खनन के कारण उनके खेतों और पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, और प्रशासन इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा। इस घटना ने छत्तीसगढ़ में रेत माफियाओं के बढ़ते प्रभाव को उजागर किया है। सोशल मीडिया पर इस घटना की व्यापक चर्चा हो रही है, जहां लोग सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी. ने हाल ही में नक्सलियों को आत्मसमर्पण का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन रेत माफियाओं के खिलाफ ऐसी सख्ती नजर नहीं आ रही। यह घटना राजनांदगांव में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाती है। प्रशासन ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया और स्थिति को शांत करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है।