नवादा की जनसभा में राहुल गांधी को अगला प्रधानमंत्री बनाने की “कसम” खाना यह दर्शाता है कि विपक्षी महागठबंधन अब 2029 की रणनीति को लेकर मैदान में उतर चुका है। इस तरह के बयानों के कई संकेत हो सकते हैं:
प्रमुख बिंदु:
- राहुल गांधी का समर्थन:
- तेजस्वी यादव ने साफ कहा कि अगली बार प्रधानमंत्री राहुल गांधी होंगे।
- यह महागठबंधन की ओर से राहुल गांधी को सर्वसम्मत नेता के रूप में पेश करने की शुरुआत मानी जा सकती है।
- चुनाव आयोग पर आरोप:
- उन्होंने चुनाव आयोग पर निष्पक्ष न होने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा “गरीबों का वोट छीन रही है”।
- मृत लोगों को जीवित वोटर लिस्ट से हटाने की बात को साजिश करार दिया गया।
- बिहारी अस्मिता और भाषण की शैली:
- “हम लोग चूना में खैनी मिलाकर रगड़ देते हैं” जैसे लोकल मुहावरों का इस्तेमाल कर तेजस्वी ने जमीनी स्तर पर अपनी पकड़ और बिहारी अस्मिता को मजबूत करने की कोशिश की।
- मोदी सरकार पर हमला:
- तेजस्वी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर “बिहार के लोगों के साथ धोखा” करने का आरोप लगाया।