बीजापुर जिले के सुदूर गांव मुदवेंडी में आजादी के सात दशकों बाद पहली बार बिजली पहुंची, जिससे ग्रामीणों में खुशी की लहर है। नियद नेल्ला नार योजना के तहत यह उपलब्धि हासिल हुई, जिसका श्रेय मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बस्तर में बदलाव की बयार को दिया।
पहले इस गांव में शाम ढलते ही अंधेरा छा जाता था, जिससे ग्रामीणों को जोखिम भरा जीवन जीना पड़ता था। अब बिजली की रोशनी ने उनकी दिनचर्या को आसान बना दिया है। स्थानीय लोगों ने इसे जीवन बदलने वाला कदम बताया, लेकिन कुछ ने बिजली की नियमित आपूर्ति और रखरखाव पर सवाल उठाए। प्रशासन ने गांव में सोलर पैनल और ग्रिड कनेक्शन की व्यवस्था की है। यह कदम नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।