को राजनांदगांव में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित कस्टम मिलिंग घोटाले की जांच के तहत राइस मिल एसोसिएशन से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी की टीम ने टिल्लू अग्रवाल सहित कई बड़े राइस मिल मालिकों के घरों और कार्यालयों की तलाशी ली। यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ में धान की कस्टम मिलिंग में कथित अनियमितताओं और धनशोधन के आरोपों के तहत की गई। सूत्रों के अनुसार, ईडी को कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य मिले हैं, जो घोटाले की गहराई से
उजागर कर सकते हैं। इस छापेमारी का उद्देश्य कथित तौर पर धान की खरीद और मिलिंग में गड़बड़ी को उजागर करना है। स्थानीय लोग इस कार्रवाई को सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा कदम मान रहे हैं, लेकिन राइस मिल मालिकों का कहना है कि वे निर्दोष हैं। ईडी ने जांच तेज कर दी है और जल्द ही कुछ गिरफ्तारियां हो सकती हैं। इस घटना ने राजनांदगांव के व्यापारिक समुदाय में हलचल मचा दी है। इस छापेमारी के बाद स्थानीय प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या पहले इसकी जानकारी नहीं थी।