19 नवंबर 2024 को ब्राजील के रियो डी जनेरियो में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन के दौरान, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधान मंत्री कीर स्टार्मर के बीच एक अत्यंत महत्वपूर्ण और सकारात्मक बैठक हुई। यह दोनों नेताओं की पहली औपचारिक मुलाकात थी, जिसमें उन्होंने भारत‑यूके की व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई ।
बैठक में दोनों पक्षों ने मुक्त व्यापार समझौता की बातचीत को फिर से शुरू करने और इसे जल्द ही पूरा करने पर सहमति जताई। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने घोषणा की कि यह वार्ता वर्ष 2025 की शुरूआत से फिर से शुरू की जाएगी । यह बातचीत जनवरी 2022 में शुरू हुई थी, लेकिन विभिन्न मतभेद—विशेषकर वीज़ा नीति, शुल्क, और शिक्षा‑व्यवसायिक गतिशीलता को लेकर—के कारण कुछ समय के लिए रुकी हुई थी ।
बैठक में व्यापार के अलावा रक्षा, तकनीकी नवाचार, हरित ऊर्जा, जलवायु, स्वास्थ्य एवं शिक्षा जैसे व्यापक क्षेत्रों में सहयोग को भी प्राथमिकता दी गई। दोनों नेताओं ने दो नए भारतीय वाणिज्य दूतावास बेलफास्ट और मैनचेस्टर में खोलने की योजना की घोषणा की, जिससे UK में भारतीय समुदाय और व्यापार दोनों के लिए सुविधा बढ़ेगी । साथ ही, भारत ने ब्रिटेन में आर्थिक अपराधियों की प्रत्यर्पण प्रक्रिया को भी तेज़ करने का जोरदार आग्रह किया, जिसमें विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे मामलों का उल्लेख प्रमुख था ।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बैठक को “अत्यंत उत्पादक” बताया और X सोशल मीडिया पर लिखा कि “भारत के लिए भारत‑ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। आने वाले वर्षों में हम तकनीक, हरित ऊर्जा, सुरक्षा, नवाचार, व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों में सहयोग करने के लिए तत्पर हैं”।
बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में उल्लेख है कि यह साझेदारी दोनों देशों के लिए रोजगार, नवाचार और समृद्धि लाने में सहायक होगी, जिसकी नींव व्यापार, रक्षा, तकनीक, पर्यावरण और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में गहरे सहयोग पर आधारित होगी।