21 जून को दुनियाभर में 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बड़े उत्साह और उत्सव के साथ मनाया गया। इस आयोजन की व्यापकता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इंडियन काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशन्स (ICCR) के अनुसार, दुनिया के 191 देशों में लगभग 1300 स्थानों पर 2000 से अधिक योग कार्यक्रम आयोजित किए गए।
इस वर्ष योग दिवस की थीम थी – “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग”, जो वैश्विक स्वास्थ्य और पर्यावरणीय संतुलन के महत्व को दर्शाती है। यह थीम बताती है कि योग केवल शरीर की तंदुरुस्ती का माध्यम नहीं, बल्कि मानसिक और आत्मिक शांति तथा धरती के साथ सामंजस्य का भी मार्ग है।
भारत में योग दिवस को बेहद भव्य तरीके से मनाया गया। देश की कई प्रमुख और प्रतीकात्मक जगहों पर सामूहिक योग सत्र आयोजित हुए। जम्मू में चिनाब ब्रिज और श्रीनगर के ऐतिहासिक लाल चौक पर बड़ी संख्या में लोगों ने एक साथ योग करके इस दिन को यादगार बनाया।
देशभर में 1 लाख से अधिक स्थानों पर आयोजित इन कार्यक्रमों को ‘योग संगम’ नाम दिया गया, जो एक सामूहिकता और एकता का प्रतीक है। इन कार्यक्रमों में अनुमानतः 2 करोड़ से ज्यादा लोगों ने भाग लिया, जो योग के प्रति लोगों की जागरूकता और स्वीकार्यता को दर्शाता है।
योग दिवस के आयोजन न केवल भारत की सांस्कृतिक पहचान को विश्वपटल पर मजबूत करते हैं, बल्कि यह संदेश भी देते हैं कि योग मानवता को जोड़ने का एक सशक्त माध्यम है।