पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना ज़िले में सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने बांग्लादेश की सीमा पार करने की कोशिश कर रहे 22 रोहिंग्या मुसलमानों को गिरफ्तार किया है। ये सभी अवैध रूप से म्यांमार से भारत में दाखिल हुए थे और अब बांग्लादेश भागने की कोशिश कर रहे थे। पकड़े गए रोहिंग्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इन सभी को हावड़ा, दिल्ली और जम्मू जैसे विभिन्न भारतीय शहरों से एक एजेंट के ज़रिए पश्चिम बंगाल लाया गया था।
BSF के मुताबिक, ये लोग अवैध रूप से भारत में रह रहे थे और अब किसी एजेंट के माध्यम से बांग्लादेश भेजे जाने वाले थे। सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि इन्हें मानव तस्करी के ज़रिए भारत लाया गया और बाद में बांग्लादेश भेजा जा रहा था। प्रारंभिक पूछताछ में यह सामने आया है कि इन रोहिंग्याओं ने पहले म्यांमार से भारत की सीमा पार की और फिर अलग-अलग शहरों में बस गए। अब वे बांग्लादेश में सुरक्षित स्थान की तलाश में थे।
गिरफ्तारी के बाद इन सभी को स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया है और आगे की जांच जारी है। इस घटना ने भारत में रोहिंग्या घुसपैठ और मानव तस्करी के नेटवर्क पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। केंद्र सरकार पहले ही अवैध रोहिंग्या प्रवासियों के मुद्दे को राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ चुकी है, और ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जा रहा है।
इस गिरफ्तारी से यह भी स्पष्ट होता है कि सीमा पार अवैध गतिविधियां अभी भी सक्रिय हैं और इन पर कड़ी निगरानी की आवश्यकता है। BSF और स्थानीय एजेंसियां मिलकर इस पूरे नेटवर्क की तह तक जाने की कोशिश कर रही हैं।