आगरा में सोमवार सुबह 5 बजे से शुरू हुई तेज बारिश ने नगर निगम की तैयारियों की पोल खोल दी। शहर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। हालात ऐसे रहे कि नगर आयुक्त के सरकारी आवास के बाहर भी जलभराव हो गया, जहां पंपिंग सेट लगाकर पानी निकाला गया। शहर में कुल 15 स्थानों पर जलभराव की सूचना मिली, जिनमें कुछ प्रमुख बाजार और रिहायशी इलाके शामिल हैं।
प्री-मानसून की इस पहली बारिश ने साफ कर दिया कि नाला सफाई का दावा महज कागजों तक सीमित था। कई क्षेत्रों में नालियां ओवरफ्लो हो गईं और सड़कें नदियों में तब्दील हो गईं। इससे न केवल यातायात बाधित हुआ, बल्कि लोगों को अपने घरों और दुकानों में पानी भरने की समस्या से भी जूझना पड़ा।
मौसम विभाग ने 22 जून तक आंधी और बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। इससे जहां गर्मी से राहत की उम्मीद है, वहीं नगर निगम की लापरवाही से शहरवासियों को आने वाले दिनों में और अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। नागरिकों में नाराजगी है कि हर साल की तरह इस बार भी मानसून से पहले पर्याप्त तैयारी नहीं की गई।
लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी नाराजगी जाहिर की और नगर निगम से बेहतर जल निकासी व्यवस्था की मांग की है। बारिश अगर इसी तरह जारी रही तो शहर में जनजीवन और भी अधिक प्रभावित हो सकता है।