काशी के महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर शुक्रवार रात नगर वधुओं ने डांस किया। एक ओर चिताएं जल रही थीं तो दूसरी तरफ डांस चल रहा था। पूरी रात लोग महाश्मशान में बैठकर उत्साह के साथ डांस देखते रहे।
आयोजक गुलशन कपूर ने कहा- 16वीं शताब्दी में काशी आए राजा मान सिंह ने मणिकर्णिका तीर्थ पर श्मशान नाथ मंदिर का जीर्णोद्धार कराया। उस समय मंगल उत्सव के लिए नगर के संगीतकारों को भी आमंत्रित किया। बिना किसी संकोच के साथ राजा को संदेश भिजवाया कि वे मंगल उत्सव मनाने को उत्सुक हैं। संदेश पाकर राजा मान सिंह प्रसन्न हुए। उन्होंने सम्मान से रथ भेजा। नगर वधुओं को उत्सव में रथ से बुलवाया। तभी से यह परंपरा चली आ रही है
जिसके बाद वधुओं ने बाबा को रिझाने के लिए भजन गाए। उन्होंने बाबा से वरदान मांगा कि अगले जन्म में हमें नगर वधु न बनना पड़े। इस कलंकित जीवन से मुक्ति देना।