उदयपुर जिले के फलासिया थाना क्षेत्र में एक निजी क्लिनिक में गलत इंजेक्शन लगने से हुई युवक की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया। घटना के बाद मृतक के परिजन आक्रोशित हो गए और गुरुवार को पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और उचित मुआवजे की मांग की।
हालांकि, शुक्रवार को प्रशासन और पुलिस की समझाइश के बाद परिजन पोस्टमार्टम के लिए तैयार हो गए। अधिकारियों की मध्यस्थता से मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये की मुआवजा राशि देने पर सहमति बनी। यह समझौता प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस और मृतक परिवार के बीच बातचीत के बाद हुआ।
पुलिस के अनुसार, युवक को किसी स्वास्थ्य समस्या को लेकर पास के एक निजी क्लिनिक ले जाया गया था, जहां उसे गलत इंजेक्शन लगाया गया। इसके कुछ देर बाद ही उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और उसकी मौत हो गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने क्लिनिक और वहां कार्यरत स्टाफ की जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय लोगों ने भी इस घटना पर नाराजगी जताई है और निजी स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी। मृतक का पोस्टमार्टम फलासिया अस्पताल में कराया गया और उसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।