रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विजयादशमी के पावन अवसर पर पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग स्थित सुकना कैंटोनमेंट में भारतीय सेना के जवानों के साथ शस्त्र पूजा की और पर्व मनाया। यह आयोजन सैन्य परंपरा और सांस्कृतिक मूल्यों के सम्मान में आयोजित किया गया, जिसमें रक्षा मंत्री ने भारतीय सेना की बहादुरी और समर्पण की सराहना की।
शस्त्र पूजा के दौरान राजनाथ सिंह ने पारंपरिक विधि से हथियारों की पूजा की और सेना की युद्धक क्षमताओं का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना केवल देश की सीमाओं की रक्षा ही नहीं करती, बल्कि राष्ट्रीय अस्मिता की भी प्रतीक है। विजयादशमी, जो बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है, उस परंपरा को सेना अपने साहस और अनुशासन से हर दिन साकार करती है।
इस अवसर पर रक्षा मंत्री ने सेना के अधिकारियों और जवानों से संवाद भी किया। उन्होंने उनके साहस, सेवा भावना और राष्ट्रभक्ति की प्रशंसा करते हुए कहा कि पूरे देश को सेना के जवानों पर गर्व है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार सेना के आधुनिकीकरण और उनके कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत है।
सुकना स्थित इस आयोजन में सैन्य बैंड की प्रस्तुति, पारंपरिक युद्ध कौशल का प्रदर्शन और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। जवानों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया और रक्षा मंत्री के साथ विजयादशमी का पर्व मनाया।
यह आयोजन न केवल सेना के मनोबल को ऊंचा करता है, बल्कि आम नागरिकों को भी देशभक्ति और परंपराओं के प्रति गौरव का अनुभव कराता है।