रांची के निशांत कुमार ने एमबीए की पढ़ाई की, बेंगलुरू में जॉब किया और फिर जॉब छोड़कर अपने दो दोस्तों के साथ मछली पालने का सपना देखा। इन्होंने साल 2018 में किंग फिशरीज फार्म्स रातू क्षेत्र में 25 बाई 12 के सीमेंट टैंक से मछली पालन शुरू किया ।
फार्म एक्वा टूरिज्म को भी मिल रहा बढ़ावा यह फार्म एक्वा टूरिज्म को भी बढ़ावा दे रहा है। फार्म से सटे पार्क में घूमने आए लोग यहां पाली जा रही मछलियों को देखने आते हैं। मछली पकड़ने का भी आनंद लेते हैं। फार्मिंग से जुड़े लोग डेमोंस्ट्रेशन विजिट के लिए भी आते हैं।