पटना के मोकामा विधानसभा क्षेत्र स्थित मोगलानीचक गांव में आज तक पक्की सड़क नहीं बन पाई है। गांव, चारों तरफ से टाल क्षेत्र से घिरा हुआ है।
बरसात के मौसम में कच्ची सड़क भी नहीं बचती है। ग्रामीणों का यहां तक कहना है कि सरकार बस जमीन मुहैया करा दे, हम दशरथ मांझी की तरह खुद ही रास्ता बना लेंगे।
हालत यह है कि मरीजों को चारपाई पर डेढ़ से दो किलोमीटर तक ले जाना पड़ता है। इसके बाद ही एंबुलेंस मिल पाता है। इसके कारण पिछले 45 वर्षों में 20 से अधिक मरीजों की रास्ते में ही मौत हो चुकी है।
गांव में आग लगने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी तक नहीं पहुंच पाती है। बरसात के मौसम में शिकायत के बाद पुलिस भी नहीं आती है। गांव में सड़क नहीं होने के कारण यहां के युवाओं को पलायन करना पड़ता है।