बॉलीवुड की मशहूर लेखक जोड़ी सलीम-जावेद ने न सिर्फ इंडस्ट्री को सुपरहिट फिल्में दीं, बल्कि एक गहरी दोस्ती की मिसाल भी कायम की। हाल ही में एक इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने अपनी जिंदगी के कठिन समय को याद किया जब न उनके पास रोटी थी, न कपड़े। उस वक्त उनके सबसे बड़े सहारा बने उनके जिगरी दोस्त सलीम खान।
जावेद अख्तर ने बताया कि जब वह संघर्ष कर रहे थे, तब सलीम खान ने उन्हें न सिर्फ मानसिक सहारा दिया, बल्कि आर्थिक रूप से भी पूरा साथ निभाया। सलीम खान ने उनके ₹90 लाख का कर्ज चुकाया। जावेद के मुताबिक, वो दौर बहुत मुश्किल था और सलीम ने एक सच्चे दोस्त की तरह बिना कोई सवाल किए उनकी मदद की।
जावेद अख्तर ने यह भी कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो आपके मुश्किल वक्त में आपके साथ खड़े होते हैं। सलीम खान जैसे दोस्तों की वजह से ही वह फिर से उठ सके और दोबारा कामयाबी की राह पर चल सके। दोनों ने ‘शोले’, ‘दीवार’, ‘जंजीर’ जैसी कालजयी फिल्में साथ लिखीं और एक नया दौर शुरू किया।
दोनों के बीच की यह दोस्ती आज भी मिसाल मानी जाती है। यह कहानी न सिर्फ उनकी प्रोफेशनल कामयाबी की है, बल्कि एक ऐसी इंसानी रिश्ते की भी है, जो भरोसे, मदद और सम्मान पर टिका हुआ है। सलीम-जावेद की यह दास्तान बताती है कि सच्ची दोस्ती हर मुश्किल को आसान बना सकती है।