प्रयागराज में रविवार को करीब 5 घंटे तक अफरा-तफरी का माहौल रहा। करछना-कोहड़ार रूट पर प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया। उपद्रवियों ने 3 कारों और 15 बाइकों में तोड़फोड़ की और उन्हें आग के हवाले कर दिया। इस दौरान सड़क को जाम कर दिया गया, जिससे इलाके में लंबा जाम लग गया और आमजन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
बवाल के दौरान उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव भी किया, जिसमें भुंडा चौकी प्रभारी समेत 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालात को काबू में लाने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया। पुलिस ने मौके से 55 युवकों को गिरफ्तार किया, जिनमें 7 नाबालिग भी शामिल हैं।
30 जून को प्रयागराज पुलिस ने उपद्रव में शामिल युवकों के विजुअल जारी किए, जिनमें वे गाड़ियों को तोड़ते और आग लगाते नजर आ रहे हैं। कई युवक कैमरे के सामने माफी मांगते हुए भी दिखाई दे रहे हैं।
इस घटना के बाद प्रदेश की राजनीति में भी हलचल मच गई। आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद ने बयान दिया कि हिंसा में शामिल लोग उनकी पार्टी के नहीं हैं, बल्कि यह एक बड़ी साजिश का हिस्सा है। वहीं, डीसीपी विवेक चंद यादव ने कहा कि पूछताछ और सबूतों के आधार पर सामने आया है कि बवाल करने वाले अधिकतर युवक भीम आर्मी से जुड़े हुए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।