बोकारो विधायक श्वेता सिंह पर लगाए गए आरोपों को लेकर राज्य का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) से मिला और बोकारो की कांग्रेस विधायक श्वेता सिंह के खिलाफ एक ज्ञापन सौंपा। भ
ज्ञापन में भाजपा ने आरोप लगाया है कि श्वेता सिंह ने नामांकन पत्र भरते समय बीएसएल द्वारा आवंटित आवास का ‘नो ड्यूज सर्टिफिकेट’ नहीं संलग्न किया। इसके बावजूद उन्होंने शपथ पत्र में गलत जानकारी देते हुए ‘सरकारी बकाया’ वाले कॉलम में ‘एनए’ यानी ‘नॉट एप्लिकेबल’ लिखा। जबकि हकीकत यह है कि उनके ऊपर वर्ष 2022 से ही बीएसएल आवास का बकाया बकाया है।
- झारखंड में हुए शराब घोटाले में 13 लोगों पर मामला दर्ज, अधिकारियों ने किया नजरअंदाज
झारखंड में हुए शराब घोटाला मामले में एसीबी की ओर से जो प्राथमिकी दर्ज कराई गई वह यह बताने के लिए प्रर्याप्त है कि ₹ 38.44 करोड़ के घोटाले के लिए केवल और केवल अधिकारी जिम्मेदार हैं।
एसीबी की ओर से उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग तत्कालीन सचिव विनय चौबे सहित 13 लोगों पर नामजद एफआईआर कराया गया है। एफआईआर में जिस तरह की बात बताई गई है, उससे यह साफ होता है कि अधिकारियों ने जानबूझकर इस करोड़ों के घोटाले को होने दिया है।