हजारीबाग जिला खनन कार्यालय में शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पांच सदस्यीय टीम ने छापेमारी की। यह कार्रवाई दिनभर चली और देर शाम तक टीम दस्तावेजों की जांच में जुटी रही। ईडी की यह कार्रवाई कोल लिंकेज घोटाले से संबंधित बताई जा रही है, जिसमें खनन से जुड़ी अनियमितताओं और फर्जीवाड़े की जांच की जा रही है।
टीम ने खनन कार्यालय में रखी कई महत्वपूर्ण फाइलों और दस्तावेजों को खंगाला। छापेमारी के दौरान कार्यालय में जिला खनन पदाधिकारी भी मौजूद रहे और कर्मचारियों को जरूरी कागजात उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। कर्मचारियों ने लगातार ईडी की मांग पर फाइलें जुटाने का कार्य किया।
हालांकि, छापेमारी की कार्रवाई को लेकर खनन विभाग के किसी भी अधिकारी या कर्मचारी ने आधिकारिक रूप से कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। ईडी की टीम ने मीडिया से दूरी बनाए रखी और अपनी कार्रवाई को पूरी गोपनीयता के साथ अंजाम दिया।
सूत्रों के अनुसार, यह छापेमारी कोल लिंकेज आवंटन में हुई कथित गड़बड़ियों की जांच का हिस्सा है। इस घोटाले में कई निजी कंपनियों और सरकारी अधिकारियों की संलिप्तता की आशंका जताई जा रही है। ईडी पहले से ही झारखंड और अन्य राज्यों में इस घोटाले से जुड़ी कई जांचें कर रही है।
छापेमारी के दौरान जब्त किए गए दस्तावेजों की गहन जांच की जाएगी, जिससे घोटाले में शामिल लोगों की पहचान और कानूनी कार्रवाई की दिशा तय हो सके।