‘हमने एक बीघा खेत में गेहूं बोए थे। बंटाई पर पंडित जी का खेत हर साल बोते हैं। हमें आधा अनाज मिलता था, लेकिन इस बार प्रधानमंत्री मोदी की रैली के लिए हमारी कच्ची फसल ही कटवा दी गई। हमें भूसा भी नहीं मिला। हमारी तो बुआई की लागत भी नहीं निकलेगी। इसी अनाज
यह कहना है जिले के किसानों का है, जिन्होंने खेत बंटाई पर ले रखा था। जिस खेतों को लेकर गेहूं उगाया था, वह उन 36 बीघा खेतों में आ रहा है, जहां 11 अप्रैल को PM मोदी की जनसभा होनी है। प्रशासन ने यहां हार्वेस्टर लगाकर कई किसानों की गेहूं की फसल कटवा दी।
इसके बाद हम लोगों ने उसके बंडल बनाकर पंप पर ले जाकर रखा है। अब 22 बिस्सा में आधा भी अच्छा अनाज निकलना मुश्किल दिख रहा है। मुआवजा भी हमको नहीं मिलेगा, क्योंकि पैसा तो खेत के मालिक को मिलेगा।