यह घटना बेहद दुखद और विचलित करने वाली है। घरेलू विवाद जैसी समस्याएं जब इस हद तक बढ़ जाती हैं कि व्यक्ति अपनी जान लेने पर मजबूर हो जाए, तो यह हमारे समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है।
धनबाद के करकेन्द रेलवे स्टेशन के पास पुटकी थाना क्षेत्र में हुई इस घटना में जया मोदी की मौके पर ही मौत और उनके पति अमित बाउरी के घायल होने की खबर बेहद पीड़ादायक है। अमित द्वारा बताया गया कि उन्होंने घरेलू तनाव के कारण यह कदम उठाया, यह दर्शाता है कि मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक संवाद की कितनी अहम भूमिका होती है।
ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए कुछ जरूरी बातें हैं:
मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना: घरेलू तनाव और मानसिक दबाव से जूझ रहे लोगों को समय रहते सहायता मिलनी चाहिए।
समर्थन प्रणाली का निर्माण: परिवार, समाज और सरकारी संस्थानों को मिलकर एक ऐसा माहौल बनाना चाहिए, जहाँ लोग खुलकर अपनी समस्याएं साझा कर सकें।
हेल्पलाइन और काउंसलिंग सेवाएं: मानसिक तनाव से जूझ रहे लोगों के लिए काउंसलिंग सेवाएं और आत्महत्या निवारण हेल्पलाइन्स को सुलभ और जागरूकता से जोड़ना जरूरी है।
यदि आप या आपके जानने वाला कोई व्यक्ति ऐसी मानसिक स्थिति से गुजर रहा है, तो कृपया किसी मनोवैज्ञानिक, चिकित्सक या हेल्पलाइन से संपर्क करें। जीवन अमूल्य है, और हर समस्या का समाधान संभव है।
अगर आप चाहें तो मैं भारत में उपलब्ध आत्महत्या निवारण हेल्पलाइन नंबर भी साझा कर सकता हूँ।