हजारीबाग के वरिष्ठ अधिवक्ता शशि भूषण लाल का निधन शुक्रवार की सुबह हो गया। वे पिछले दो महीनों से बीमार चल रहे थे और उन्होंने हजारीबाग के सदर अस्पताल के पास स्थित अपने निवास पर अंतिम सांस ली। उनके निधन से हजारीबाग विधिक समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई है।
शशि भूषण लाल 84 वर्ष के थे और लंबे समय से वकालत के क्षेत्र में सक्रिय थे। वे 1969 से बार एसोसिएशन हजारीबाग के सदस्य थे और अपने सरल व्यवहार, गहरी कानूनी समझ और पेशे के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते थे। उन्होंने अपने जीवन में कई महत्वपूर्ण मुकदमों की पैरवी की और न्याय दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
बार एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्यों और अधिवक्ताओं ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उनके सहयोगियों ने उन्हें एक प्रेरणास्रोत और आदर्श अधिवक्ता बताया, जिनकी कमी लंबे समय तक महसूस की जाएगी। हजारीबाग के कई वरिष्ठ वकीलों और न्यायिक अधिकारियों ने उनके निधन पर संवेदना व्यक्त की और उनके योगदान को याद किया।
परिवार के अनुसार, उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को ही किया गया, जिसमें उनके परिजनों, रिश्तेदारों, मित्रों और वकीलों ने भाग लिया। शशि भूषण लाल अपने पीछे एक समर्पित कानूनी जीवन, परिवार और समाज सेवा की मिसाल छोड़ गए हैं। उनकी यादें और योगदान हजारीबाग के अधिवक्ता समुदाय में हमेशा जीवित रहेंगे।