गया जिले में एनएच-82 सड़क परियोजना के तहत जमीन अधिग्रहण से जुड़ी मुआवजा राशि न मिलने की शिकायत पर शुक्रवार को जिला अधिकारी (डीएम) शशांक शुभंकर ने भू-अर्जन कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्हें कार्य में लापरवाही के स्पष्ट प्रमाण मिले, जिसके आधार पर उन्होंने लिपिक राजेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
यह मामला वजीरगंज प्रखंड के ऐरू गांव निवासी बालमुकुंद सिंह की ओर से उठाया गया था। पीड़ित बालमुकुंद सिंह कई महीनों से मुआवजे के लिए भू-अर्जन कार्यालय के चक्कर काट रहे थे, लेकिन उन्हें अब तक कोई समाधान नहीं मिला था। इससे क्षुब्ध होकर उन्होंने हाल ही में जनता दरबार में अपनी समस्या रखी थी। डीएम ने इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए व्यक्तिगत तौर पर जांच का निर्णय लिया।
डीएम शुभंकर के कार्यालय निरीक्षण के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि संबंधित लिपिक की लापरवाही के कारण आवेदक को समय पर मुआवजा नहीं मिल सका। प्रशासन की ओर से यह भी कहा गया कि ऐसे मामलों में पारदर्शिता और तत्परता अत्यंत आवश्यक है, ताकि आम नागरिकों का विश्वास सरकारी व्यवस्था पर बना रहे।
डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि भविष्य में मुआवजा वितरण से संबंधित कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने अन्य लंबित मामलों की भी समीक्षा करने का आदेश दिया है। प्रशासन द्वारा की गई इस त्वरित कार्रवाई से स्थानीय लोगों में राहत की भावना देखी जा रही है।