पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया ने एक इंटरव्यू में दावा किया कि उनके कार्यकाल में मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ कोई टकराव नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि उन्होंने राज्यपाल पद की गरिमा बनाए रखते हुए हमेशा सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए। फाइलों पर अनावश्यक टिप्पणियां करने की परंपरा को भी उन्होंने समाप्त किया।
कटारिया ने कहा, “मुख्यमंत्री मेरा पूरा सम्मान करते हैं और मैं भी उनका सम्मान करता हूं।” हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि दोनों के काम करने का तरीका अलग है। भगवंत मान आम आदमी पार्टी से जुड़े हैं, जिसका संचालन दिल्ली से होता है। कई बार उन्हें भी पार्टी हाईकमान की इच्छाओं के अनुसार निर्णय लेने पड़ते हैं। कटारिया ने कहा, “केजरीवाल जो चाहता है, वो करना पड़ता है। हर एक की अपनी पार्टी की मजबूरियां होती हैं।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर हमें भी दिल्ली से कोई निर्देश मिलेगा तो संभवतः हमें भी उसका पालन करना पड़ेगा। कटारिया ने यह बातें हाल ही में उदयपुर में दैनिक भास्कर को दिए एक साक्षात्कार में कही, जिसमें उन्होंने कई मुद्दों पर खुलकर चर्चा की।
उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब देशभर में राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों के बीच खींचतान की