बंगाल के आसनसोल जिले में इसीएल (इंडियन कोल लिमिटेड) की नॉर्थ सियारसोल परियोजना में जमीनदाताओं को नौकरी न मिलने के कारण भारी असंतोष फैल गया है। इससे नाराज जमीनदाताओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिसके कारण परियोजना का कोयला परिवहन घंटों तक ठप रहा।
स्थानीय जमीनदाताओं का कहना है कि उन्होंने अपनी जमीनें नॉर्थ सियारसोल परियोजना के लिए सरकार को सौंप दीं, लेकिन अब तक उन्हें किसी भी तरह की नौकरी या रोजगार नहीं मिला है। उनकी मांग है कि परियोजना में काम करने वाले स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जाए ताकि उनकी आर्थिक स्थिति सुधर सके। जमीनदाताओं का यह भी आरोप है कि परियोजना से लाभ सिर्फ बड़े ठेकेदार और बाहरी लोग उठा रहे हैं, जबकि वे जो जमीनें दे चुके हैं, उनका कोई फायदा नहीं हो रहा।
प्रदर्शन के दौरान जमीनदाताओं ने सड़कें जाम कर दीं और नारेबाजी की। इस वजह से कोयले के परिवहन में भी भारी रुकावट आई, जिससे परियोजना के काम में भी बाधा उत्पन्न हुई। अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों के बीच कई घंटे तक वार्ता भी हुई, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकला।
स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए पुलिस बल तैनात किया है और प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। वहीं, अधिकारियों ने जमीनदाताओं को आश्वासन दिया है कि उनकी समस्याओं को जल्द से जल्द सुनवाई की जाएगी और रोजगार संबंधी पहल की जाएगी।
यह समस्या न केवल आसनसोल की नॉर्थ सियारसोल परियोजना के लिए गंभीर चुनौती बनी हुई है, बल्कि इससे पूरे क्षेत्र में कोयला आपूर्ति प्रभावित हो रही है, जो उद्योग और ऊर्जा क्षेत्र के लिए भी चिंता का विषय है। जमीनदाताओं की मांगें पूरी न होने तक इस संघर्ष का जारी रहने का अंदेशा है।