इस साल का आखिरी के कुछ महीनों में बिहार में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं| इन सबको देखते हुए प्रदेश में राजनीति भी अपने चरम पर है| विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है| साथ ही आरोप-प्रतारोप की दौर भी तेज है|रविवार को जागृत की ओर से मुजफ्फरपुर क्लब के डॉ. आंबेडकर सभागार में जातीय गणना एवं आरक्षण की सीमा में समाज एवं सरकार की भूमिका के विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार में तेजस्वी यादव ने मुख्य वक्ता के रूप में कहा कि, “बहुसंख्यक होने के बाद भी आपकी उपेक्षा होती रही। आपको अधिकार नहीं दिया गया। आप सब कुछ सहते रहे। आपने अपनी सरकार से सवाल क्यों नहीं पूछा? अपनी उपेक्षा पर आपको गुस्सा क्यों नहीं आता? आप सवाल पूछेंगे तभी सरकार आपकी ओर ध्यान देगी।”
साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर भी हमला बोलते हुए कहा कि उनके संघर्षों का ही परिणाम है कि केंद्र सरकार ने जातीय जनगणना कराने का निर्णय लिया। जब तक जाति गणना नहीं होती और उसके आधार पर बहुसंख्यक समाज को उनका हक नहीं दिया जाता तक यह संघर्ष जारी रहेगा।