गया में एक ऐसा गांव है जहां के करीब 60 युवा फौज में हैं। इसके अलावा कुछ ऐसा भी है जो सुरक्षा एजेंसी में हैं। गांव में करीब 200 घर हैं और वोटिंग क्षमता 1500 की है। इन दिनों भारत-पाक सीमा पर फायरिंग की खबरें हैं, लेकिन गांव शांत है।
यहां के युवा कहते हैं, ‘गांव के जवान दुश्मनों के हाथों मारे नहीं जाते हैं, बल्कि मार के आते हैं। यहां के लोग डरे नहीं हैं, बल्कि सीना चौड़ा कर कह रहे हमारे गांव के बेटे सीमा पर हैं। तभी दुश्मनों की नींद हराम है। एक-एक को भून देंगे। ये गांव चिरियावां है। जिसे ‘विलेज ऑफ आर्मी’ के नाम से भी जाना जाता है।’